यह प्रभाग मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों से वानिकी प्रजातियों जैसे टेक्टोना ग्रैंडिस (सागौन), टेरोकार्पस मार्सुपियम (बीजासाल), डलबर्जिया लेटिफोलिया (शीशम) और विभिन्न एन.टी.एफ.पी. प्रजातियों जैसे राउल्फीया सर्पेन्टाइना (सर्पगंधा) मधुका इंडिका (महुआ) टेमेरिन्डस इंडिका (इमली) और बुकनेनिया लन्जन (चिरौंजी) एवं बाँस की 6 प्रजातियों के जननद्रव्यों (जर्मप्लाज्म) के चयन और संग्रहण के माध्यम से वानिकी प्रजातियों के आनुवांशिक सुधार के क्षेत्र में अनुसंधान में कार्यरत है । मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों से टेक्टोना ग्रैंडिस (सागौन), सेंटेलम एल्बम (चंदन), बोसवेलिया सेर्राटा (सलई) एजेडिरिक्टा इंडिका (नीम) और टेरोकार्पस मार्सुपियम (बीजासाल) के जननद्रव्यों का चयन एवं संग्रहण कर उनका संरक्षण किया गया है । जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अंतःक्षेप करते हुये टेक्टोना ग्रैंडिस (सागौन), सेंटेलम एल्बम (चंदन) एवं बोसवेलिया सेर्राटा (सलई) के जर्मप्लाज्म में आणविक मार्कर की सहायता से इन प्रजातियों के भविष्य में अच्छे प्रदर्शन के लिये कार्य किया जा रहा है । प्रभाग द्वारा देश के विभिन्न क्षेत्रों से कुछ औषधीय पौधों जैसे - सर्पगंधा एवं गिलोय की श्रेष्ठ अभिवृद्धियों का चयन एवं एकत्रण करके उनमें उच्चतम रासायनिक घटकों की जाँच की गई है, जिससे भविष्य में उच्च गुणवत्ता वाले किस्मों का चयन संभव है । छत्तीसगढ राज्य से उच्च उत्पादकता वाले डायोस्पोरस मेलेनोजॉयलान (तेंदू), बाहुनिया वाहली (माहुल पत्ता) एवं मधुका इंडिका (महुआ) के जननद्रव्यों का चयन किया गया है ।
इसके अलावा प्रभाग के द्वारा कई काष्ठ प्रजातियों जैसे टेक्टोना ग्रैंडिस(सागौन), मेलाइना अरबोरिया(खमेर), डलबर्जिया लेटिफोलिया (शीशम), डलबर्जिया सिशू,(सिशू,) अल्बीजिया प्रोसेरा(सफेद सिरस), एजेडिरिक्टा इंडिका (नीम) एवं बांस की आठ प्रजातियों के साथ-साथ कई औषधीय पौधों जैसे कैम्फेरिया गेलेन्गा (चन्द्रमूल), बकोपा मोनेरी (ब्राम्ही), सराका इंडिका (सीता अशोक), रूटा ग्रेवियोलेंस (शताब), राउल्फीया सर्पेन्टाइना (सर्पगंधा) एवं टिनोंस्पोरा कार्डिफोलिया (गिलोय) के मेक्रो एवं माइक्रो प्रोपेगेशन की तकनीकी को सफलतापूर्वक विकसित किया गया है ।
अधिक जड-उत्पादन, एल्कोलॉइड की कुल मात्रा एवं उच्च अंर्तनिहित रिर्सरपाइन के आधार पर राउल्फीया सर्पेन्टाइना (सर्पगंधा) की दो उन्नत किस्मों को जारी किया गया है । पहले से जॉची किस्मों जैसे- RS-1 (JNKVV-इंदोर) एवं CIM-Sheel (CIMAP-लखनऊ की तुलना में 1 TFRI-RS-1 किस्म में उच्च जड‐ उपज एवं TFRI-RS-2 किस्म में उच्च एल्कोलॉइड एवं अंर्तनिहित रिर्सरपाइन पाया गया है। इन किस्मों की खेती करके सर्पगंधा की प्रामाणिक पौध सामग्री की पूर्ति की जा सकती है ।
अधिदेश
आनुवांशिकी एवं वृक्ष सुधार प्रभाग का दायित्व उष्णकटिबंधीय वनों में पाये जाने वाली आर्थिक रुप से महत्वपूर्ण वानिकी प्रजातियों के आनुवांशिक सुधार एवं संरक्षण पर अनुसंधान करना है ।
गतिविधिया
अनुसंधान
पिछले दो दशकों से आनुवांशिकी एवं वन वृक्ष सुधार कार्यक्रम मूल अनुसंधान गतिविधियों का प्रतिनिधित्व कर रहा है, जिनका संक्षेप विवरण निम्नानुसार है
- पापुलेशन जेनेटिक्स
- क्लोनल वानिकी (प्रतिरूप वानिकी)
- सागौन में कार्बन पृथक्करण के लिये जैव-रासायनिक मार्कर के रूप में कार्बोनिक एनहाइड्रेस
- सागौन में आणविक विविधता का विश्लेषण
- लिटसिया ग्लूटिनोसा (लौर/lour) के जर्मप्लाज्म बैंक की स्थापना
- बीजा साल का जर्मप्लाज्म एकत्रण एवं एक्स सिटु संरक्षण
- डलबर्जिया लेटिफोलिया में सोमेटिक एम्ब्रीयोजेनेसिस
- बाँस की तीन प्रजातियों के सूक्ष्म प्रजनित पौधों का तुलनात्मक क्षेत्र परिक्षण
- सर्पगंधा (राउल्फिया सरपेंटाइना) की नई किस्मों की निर्मुक्ति
- डलबर्जिया लेटिफोलिया (काला शीशम) के संतति परीक्षण की स्थापना
- डलबर्जिया लेटिफोलिया (काला शीशम) की कलमों एवं बीजों द्वारा तैयार पौधों का क्षेत्र परीक्षण
- टेक्टोना ग्रैंडिस (सागौन) की संतति परीक्षण की स्थापना
- टेक्टोना ग्रैंडिस (सागौन) के बीज उद्यान की स्थापना
- टेक्टोना ग्रैंडिस (सागौन) के जर्मप्लाज्म बैंक की स्थापना
प्रशिक्षण
- प्लांट बायोटेक्नोलॉजी पर एक सप्ताह का प्रशिक्षण बायोटेक्नोलॉजी के स्नातक छात्रों एवं अन्य स्टेकहोल्डर्स को प्रदान किया जाता है । (शुल्क. रु 1000)
- छह महीने (फीस. रु 20,000) और तीन महीने (फीस. रु 15,000) स्नातकोत्तर और स्नातक शोध प्रबंध (थेसिस) कार्य किया जाता है ।
- स्नातक छात्रों के लिए एक महीने की इंटर्नशिप की जाती है ।
परामर्शदात्री सेवाए
नीलगिरी क्लोन के लिए छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश वन विभागों को क्लोनल फिडेलिटी परीक्षण सेवाएं प्रदान की जाती हैं और संस्थान परिषद के लिए बांस के पौधों और टिशू कल्चर को बढ़ाया जा रहा है ।
अन्य
जारी परियोजनाये (आई.सी.एफ.आर.ई वित्त पोषित)
क्रमाक
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परियोजना का नाम
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मुख्य अन्वेषक
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पद
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परियोजना अवधि
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परियोजना सदस्य
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निधिदाता
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1.
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टेक्टोना ग्रैंडिस(सागौन) वृक्ष के आनुवांशिक सुधार का अखिल भारतीय समन्वित कार्यक्रम -
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2012-2022
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आई.सी.एफ.आर.ई, देहरादून
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1ए
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टेक्टोना ग्रैंडिस(सागौन) के घन वृक्षों का चयन, संतति परख हेतु रोपण एवं जनन द्रव्य बैंक की स्थापना।
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डॉ. प्रमोद कुमार
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वैज्ञानिक-सी
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2013-2023
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डॉ. अरुण कुमार ए एन डॉ. पी. के. राना
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आई.सी.एफ.आर.ई, देहरादून
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1बी
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टेक्टोना ग्रैंडिस(सागौन) के बीज उत्पादन क्षेत्रों, पौध बीज फलोद्यान एवं क्लोनल (एक पूर्वजक) बीज फलोद्यान का विकास एवं प्रबंधन।
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डॉ.प्रमोद कुमार
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वैज्ञानिक-सी
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2014-2024
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डॉ. पी. के. राना मुकेश कुमार सोनकर
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आई.सी.एफ.आर.ई, देहरादून
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1सी
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टेक्टोना ग्रैंडिस(सागौन) पर आबादी संरचना, सहलग्नता असंतुलन और मार्कर ट्रेट सहयोगियों के मानचित्रण का अघ्ययन।
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डॉ. नसीर मोहम्मद
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वैज्ञानिक-डी
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2011-2022
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डॉ.प्रमोद कुमार योगेश पारधी
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आई.सी.एफ.आर.ई, देहरादून
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2.
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डलबर्जिया लेटिफोलिया (षीषम) में अपस्थानिक जडों के उन्नतीकरण का अध्ययन एवं उनके जड युक्त पौधों का क्षेत्र प्रदर्शन ।
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डॉ.प्रमोद कुमार
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वैज्ञानिक-सी
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2016-2021
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मुकेश कुमार सोनकर
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आई.सी.एफ.आर.ई, देहरादून
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3.
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टेक्टोना ग्रैंडिस(सागौन) की संतति परीक्षण का मूल्यांकन एवं निष्पत्रक कंकालमय पत्रक कीट के प्रति प्रतिरोधी उन्नत वंशजों का उत्पादन
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डॉ. एफ. शिरीन
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वैज्ञानिक-एफ
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2017-2020
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मुकेश कुमार सोनकर
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आई.सी.एफ.आर.ई, देहरादून
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4.
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मध्यप्रदेश के उष्णकटिबंधीय वनों में टेरोकार्पस मार्सुपियम (बीजासाल) की आबादी संरचना एवं आनुवांशिक विवधता
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डॉ. नसीर मोहम्मद
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वैज्ञानिक-डी
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2017-2020
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डॉ. हरिओम सक्सेना
योगेश पारधी मुकेश कुमार सोनकर
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आई.सी.एफ.आर.ई, देहरादून
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5.
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मध्य एवं पूर्वी भारत में बुकनेनिया बुकनेनिया कॉचि चाइनेनसिस (चिरोंजी) का आनुवांशिक सुधार एवं संरक्षण
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डॉ. नसीर मोहम्मद
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वैज्ञानिक-डी
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2018-2021
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डॉ.एफ.शिरीन
डॉ.एन डी खोब्रागडे,योगेश पारधी,सुषमा मरावी,त्रिलोक गुप्ता
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आई.सी.एफ.आर.ई, देहरादून
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6.
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हार्डविकिया बाइनेटा (अंजन) मध्य प्रदेश की बहुउद्देशीय वृक्ष प्रजाति में वृद्धि] वुड ट्रेट और प्राकृतिक उत्थान की स्थिति की परिवर्तनशीलता
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डॉ. अरुण कुमार ए एन
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वैज्ञानिक-एफ
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2020-2023
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पी. के. राना मुकेश कुमार सोनकर
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आईसीएफआरई, देहरादून
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7.
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मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में टेक्टोना ग्रैंडिस(सागौन) की बीज गुणवत्ता पर वृक्ष सुधार गतिविधियों के प्रभाव का आकलन
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डॉ. गीता जोशी
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वैज्ञानिक –एफ
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2020-2023
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डॉ. प्रमोद कुमार डॉ. पी. के. राना
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आई.सी.एफ.आर.ई, देहरादून
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जारी परियोजनाये (बाह्य वित्त पोषित)
क्रमांक
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परियोजना का नाम
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मुख्य अन्वेषक
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पद
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परियोजना अवधि
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परियोजना सदस्य
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निधिदाता
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1
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महत्वपूर्ण वानिकी प्रजातियों बुकनेनिया लन्जन((चिरोंजी) मधुका इंडिका (महुआ) एवं टेमेरस इंडिका (इमली) के उत्तक सवर्धन संलेखों का विकास
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डॉ. एफ. शिरीन
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वैज्ञानिक-एफ
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2018-2020
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डॉ.योगेश्वर मिश्रा
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छत्तीसगढ़ राज्य वन विभाग, रायपुर कैम्पा
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2
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मध्यप्रदेश में इस्टरकुलिया अॅरनस (कुल्लू) के संरक्षण की कार्यनीति हेतु उसकी विविधता एवं प्राकृतिक पुर्नजनन की स्थिति का आकलन
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डॉ. नसीर मोहम्मद
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वैज्ञानिक-डी
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2018-2020
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डॉ. अरुण कुमार ए एन
डॉ.पी-के- राना
योगेश पारधी
मनोज पूसाम
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मध्य प्रदेश राज्य वन विभाग भोपाल
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3
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छत्तीसगढ़ में भारतीय चंदन की आबादी की वृद्धि] अंतःकाष्ठ] तेल एवं उसके पुर्नजनन का प्राथमिक मूल्याँकन
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डॉ. अरुण कुमार ए एन
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वैज्ञानिक-एफ
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2019-2020
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डॉ. गीता जोशी डॉ. एस सी बिस्वास
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छत्तीसगढ़ राज्य वन विभाग, रायपुर, कैम्पा
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4
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छत्तीसगढ़ की दुर्लभ] लुप्तप्राय] संकट ग्रस्त((RET) प्रजातियों-प्लंम्बेगो जेलेनिका (चित्रक और सेलेस्ट्रस पेनिकुलेटस (मालकॉगन) का संरक्षण एवं उत्तम गुणवत्ता वाली पौघ का उत्पादन
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डॉ. एफ. शिरीन
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वैज्ञानिक-एफ
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2019-2022
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डॉ. नसीर मोहम्मद डॉ. प्रमोद कुमार
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छत्तीसगढ़ राज्य वन विभाग, रायपुर, कैम्पा
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5
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छत्तीसगढ़ में विभिन्न स्थायी संरक्षण भूखंड((PSP) पौध बीजोद्यान (SSO) क्लोनल बीजोद्यान (CSO) का आकलन एवं प्रलेखन
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डॉ. प्रमोद कुमार
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वैज्ञानिक-सी
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2019-2021
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डॉ. एफ. शिरीन डॉ.पी.के.राना
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छत्तीसगढ़ राज्य वन विभाग, रायपुर, कैम्पा
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6
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डलबर्जिया लेटिफोलिया (भारतीय रोजवुड, शीशम) की आबादी स्थिति] संग्रहण] संरक्षण] निरूपण एवं उसके आनुवांशिक संसाधनों का मूल्याँकन
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डॉ. एफ. शिरीन
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वैज्ञानिक-एफ
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2020-2025
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योगेश पारधी
मुकेश कुमार सोनकरमनोज पूसाम
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कैम्पा-AICRP-28MoEF&CC, नई दिल्ली
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7
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क्लोनिंग का लाभ लेते हुए उच्च गुणवत्ता के सागौन का उत्पादन
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डॉ. एफ. शिरीन
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वैज्ञानिक-एफ
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2020-2025
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डॉ.पी.के.राना त्रिलोक गुप्ता
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कैम्पा-AICRP-09MoEF&CC नई दिल्ली
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8
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बाँसों पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना
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डॉ. एफ. शिरीन
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वैज्ञानिक-एफ
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2020-2025
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डॉ. गीता जोशी
डॉ. नसीर मोहम्मद
डॉ. प्रमोद कुमार मुकेश कुमार सोनकर
त्रिलोक गुप्ता
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कैम्पा-AICRP-02MoEF&CC, नई दिल्ली
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9
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मधुका लॉगिफोलिया (महुआ) का आनुवंशिक सुधार एवं मूल्य संवर्धन
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डॉ. एफ. शिरीन
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वैज्ञानिक-एफ
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2020-2025
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डॉ. नसीर मोहम्मद
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कैम्पा- AICRP-23MoEF&CC, नई दिल्ली
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10
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यूकेलिप्टस सुधार
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डॉ. नसीर मोहम्मद
|
वैज्ञानिक-डी
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2020-2025
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योगेश पारधी, त्रिलोक गुप्ता मनोज पूसाम
|
कैम्पा- AICRP-04
MoEF&CC, नई दिल्ली
|
संपर्क
डॉ. नसीर मोहम्मद
प्रभागाध्यक्ष
आनुवांशिकी एवं वृक्ष सुधार
उष्णकटिबंधीय वन अनुसंधान संस्थान, जबलपुर (म.प्र.) 482021
दूरभाष क्रमांकः 0761-2840799, 0761-2997370
ई-मेल पताः hod_gti_tfri@icfre.org, naseer.mohammad@gov.in, mohammadn@icfre.org